बालो का समय से पहले सफ़ेद होना
आज के समय में जब हर तरफ प्रदुषण फ़ेल हुआ हे बालो का सफ़ेद होना सामान्य बात हो गयी हे। प्रदुषण के कारण बालो पर दुष्प्रभाव पड़ता हे जिसके कारण वे समय से पहले बुजुर्गो की भाति हों सफ़ेद जाते हे।
बालो में आई सफेदी का उपचार
१ एक चम्मच भर आवले का चूर्ण दो घुट पानी के साथ सोते समय ले।असमय बाल सफ़ेद होने तथा चेहरे की काँति समाप्त होने की दशा में यह जादू सा असर करता हे।
२ सूखे आवले के चूर्ण को पानी के साथ लोई बना कर खोपड़ी पैर इसका लेप करने से था पाँच दस मिनट बाद केशो कोजल से धो लेने से बाल सफ़ेद होने व गिरने बंद हो जाते हे।सप्ताह में दो बार स्नान से पहले ये प्रयोग करके आवश्कतानुसार तीन मास तक करके देखे।
३ आवले के जल से सर धोना आतिउत्तम कहा जाता हे २५ ग्राम आवले को'मोटा मोटा कूट के २५० ग्राम जल में रात को फुलाने दल दीजिये। सुबह इन फुले हुए आवलो को कड़े हाथो से मसल का सारा जल निकल कर पतले कपडे से छान लीजिये।और इस निथरे हुए जल को बालो पैर हलके हलके मलिए फिर दस बीस मिनट बाद सादे ठन्डे पानी से धो लीजिये। रूखे बालो को सप्ताह में एक बार और चिकने बालो को सप्ताह में दो बार धोना चाहिए। केश धोने के एक घंटे पहले या जिस दिन केश धोना हो उसके एक रात्रि पूर्व आवले के तेल से सर की मालिश करे।
रुसी या सिकरी
सर की त्वचा में कुपोषण या रूखेपन के कारण जड़ो की त्वचा सुख कर झड़ने लगती हे जिसे सामान्य भाषा में रुसी या सिकरी कहा जाता हे ,इसके होने पर बाल झाड़ना शुरू हो सकते हे।
रुसी या सिकरी का उपचार
१ बाल धोने के आधा घंटे पूर्व एक-दो नीबू काटकर बालो में मल ले था हलके गरम पानी से सर धो ले इससे रुसी का सफाया हो जाता हे।
२ २ किलो पानी में नींबू रस निचोड़कर एक सप्ताह तक प्रतिदिन अच्छी प्रकार से धोये।
३ नारियल के तेल में तेल से आधा कपूर , नीबू का रस मिलाकर जड़ो में हलकी मालिश करे ओर रोज सन्न के बाद मोटे दांते वाले कंधे से हलके हाथो से मालिश करे।
४ बालो को साबुन से न धोकर रीठा से धोये.