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आजकल की ज़िन्दगी में तनाव मुक्त रहना अपने आप में बहुत ही मुश्किल काम है पर ऐसा भी नही की कोई व्यक्ति तनाव रहित नहीं रह सकता। अगर वह तनाव मुक्त नहीं भी रह सकता तो उसको कम करने की कोशिश तो अवश्य ही कर सकता है। कभी कभी स्ट्रेस होना तो स्वाभिक है उसको कोई नहीं रोक सकता पर हमेशा तनाव में रहना उचित नहीं है और कई और बीमारियों को जन्म देता है।ज्यादा तनाव रहने से व्यक्ति डिप्रेशन में जा सकता है इसलिए ये जरूरी है कि हम उस तनाव से मुक्त होने का प्रयास करें।हालाँकि निम्नलिखित सुझाव व्यक्ति की परेशानियाँ ख़त्म नहीं कर सकते पर निश्चित रूप से उन्हें कम तो जरूर कर सकते हैं और अगर व्यक्ति को कोई सीरियस मानसिक बीमारी है तो उसे डॉक्टर को दिखाने में कोई संकोच नहीं करना चाहिए।

#1. आदमी को कोशिश करनी चाहिए कि वो अपना समय ऐसे लोगों के साथ बिताये जिनकी सोच पॉजिटिव हो। यदि आप उन लोगो की संगती में रहेंगे जो नेगेटिव सोचते हैं तो आप भी उन्ही की तरह सोचने लगेंगे। जिंदगी जीना सीखने के लिए हमारी सोच हमेशा पॉजिटिव होनी चाहिए। जो लोग पॉजिटिव सोचते हैं वो ही जिंदगी में कामयाब होते हैं।

#2. कोशिश करें कि भूतकाल में किये गए गलत कामों पर पछताने की बजाये याद करे कि आपने पास्ट में कौन से ऐसे काम किये जिसके लिए लोगों ने आप की प्रशंसा की। आप की क्या strengths हैं उन्हें पहचाने जिससे आप अपने अंदर आत्मविश्वास बड़ा पायेंगें जो कि तनावमुक्त रहने के लिए जरूरी है।

#3. याद रखें कि बुरे दिन हमेशा नहीं रहते औरे ऐसे ही अच्छे दिन हमेशा नहीं रहते। जीवन एक चक्र है बुरा और अच्छा वक़्त हर किसी के साथ आता है हमें कोशिश यही करनी चाहिए कि हम अपने बुरे समय को अच्छे तरीके से फेस करे और उससे डरकर कर भागें नहीं। यदि हम ये याद रखें की अच्छे बुरे दिन सभी के साथ आते हैं और कुछ दिन तक ही रहते हैं तो शायद हम अपनी ज़िन्दगी को बेहतर बना सकते हैं।

#4. दूसरों से हमेशा अपनी तुलना करना भी नुकसानदायक हो सकता है। हमें हमेशा इस बात को जहन में रखना चाहिए की सभी लोग एक समान नहीं होते,सभी लोगों में अलग अलग सोचने और समझने की क्षमता होती है। हमें कभी भी किसी भी व्यक्ति की उपलब्धियों के बारे में सोच कर जलन नहीं होनी चाहिए। मैंने बहुत से लोग देखे हैं जो दूसरों की कामयाबियों को देख कर चिड़ते हैं और कोशिश करते हैं की वो भी उन्ही के तरीकों को अपना कर सफल होएं पर वे भूल जाते हैं की जरूरी नहीं की वो इस में सफल हों। इसलिए हमें किसी की होड़ नहीं करने चाहिए।

#5. अपने रूटीन में कुछ बदलाव लायें कई बार हम अपने खराब रूटीन की वजह से भी स्ट्रेस्ड रहते हैं। ऐसे में हमें अपनी दिनचर्या में बदलाव लाना चाहिए। ऐसा कई बार होता है हम अपनी लाइफ में इतने व्यस्त  रहते हैं कि हम अपने लिए कुछ नहीं कर पाते। हमें अपनी परेशानियों से निबटने के लिए कुछ ऐसे कार्य करने चाहिए जिससे की हम तरोताज़ा रहे।

#6. ज़िन्दगी में बदलाव जरूरी है। हमेशा हमें अपनी ज़िन्दगी में बदलाव लाते रहना चाहिए क्यूंकि लगातार एक ही तरीके से ज़िन्दगी बोरिंग सी लगने लगती है और व्यक्ति बोर होने लगता है और निरंतर ऐसी अवास्था में रहने से व्यक्ति depression में जा सकता है। अतः हमें कोशिश यही करनी चाहिए कि हम ज़िन्दगी में नए changes  लाते रहे जिससे हमारी लाइफ फ्रेश रहे।

#7. जब भी आप स्ट्रेस्ड हों तो वो करें जो आपको पसंद हो जैसे कि जब मैं स्ट्रेस्ड होता हूँ तो music सुन कर स्ट्रेस कम करने की कोशिश करता हूँ या थोड़ी देर अकेले रह कर शांत रहता हूँ या अपने बच्चों के साथ खेलता हूँ शायद ऐसा करने से मेरा स्ट्रेस कम होता है।मैंने लोगों को देखा है वो जब स्ट्रेस्ड होतें है तो walk करना पसंद करते हैं। हमें ऐसी कंडीशन में वो सब अजमाना चाहिए जो हमें अच्छा लगता हो।ऐसा करने से हमारा मन तनाव को भूल जाता है।

#8. सच न बोलना भी ज्यदातर cases में तनाव का कारण होता इसलिए कोशिश करनी चाहिए कि हम किसी भी स्तिथी में सच बोलना चाहिए अन्यथा हमें एक सच को छुपाने के लिए कई झूंठ बोलने पड़ते हैं जो की आखिर में हमारे तनाव को बढ़ाते हैं। हमें हमेशा निडरता से किसी भी दुखद परिस्तिथि में हिम्मत नहीं हारनी चाहिए।

#9. बेईमानी short term फायदा दे सकती है पर long term में नुकसानदायक होती है। हम हमेशा बेईमानी से हर काम नहीं कर सकते क्यूंकि कहीं न कहीं हमें इसका भुगतान करना पड़ता है और कभी न कभी हम अपने ही जाल में फंस जाते हैं और tension मोल ले लेते हैं जो आगे जा कर हमें परेशान करती है और कई बार हमें depression में भी ले आती है।

#10. सबसे अंत में हमें हमेशा यही कोशिश करनी चाहिए कि हम हमेशा वो करें जो हमें उचित लगे अगर हम हमेशा दूसरों को खुश करने की कोशिश में ही लगे रहेंगे तो हम हमेशा दुखी रहेंगे इसलिए हमें हमेशा वो ही करना और कहना चाहिए जो हमे अच्छा लगता हो। हमेशा दूसरों के लिए अपनी खुशियो को कुर्बान करना भी ठीक नहीं होता। ऐसा नहीं है की अगर आप स्पष्ट बोलते हैं तो आपको कोई स्वीकार नहीं करेगा मेरी नज़र में वो व्यक्ति जो स्पष्ट बोलता है वो ही सही है बाकी सब गलत हैं। जो व्यक्ति स्पष्ट नहीं बोलता तानावग्राहित रहता है और जो स्पष्ट बोलता है हमेशा सुखी रहता है।

उम्मीद करता हूँ की शायद इन नुस्कों से लोगों को फायदा हो। इन बिन्दुओं के अलावा भी कुछ और तरीके हो सकते हैं जो लोग अपने जीवन में अजमा सकते हैं और तनाव मुक्त रह सकते हैं। तनाव हमें अन्दर ही अंदर खोखला करता है अतः हमें fit रहने के लिए तनाव से दूर रहना चाहिए। हमें अपनी ऑफिस की टेंशन और घर की टेंशन को mix नहीं करनी चाहिए जो लोग ऐसा करते है वो न तो घर में और न ही ऑफिस में खुश रह पाते हैं।

 

 

 

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