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भूमिका

बच्चों की पढ़ाई यानी माता -पिता का सिरदर्द! और उस पर अगर उनके नंबर अच्छे ना आएं, तो समझिए सबकी छुट्टियां बेकार हो गयीं। रिजल्ट खराब आए,तो बच्चों की अगले साल अच्छे नंबर लाने की तैयारी कैसे करवाएं?

टाइम टेबल बनाएं 

सबसे जरुरी चीज़ यह है की छुट्टियों का सदुपयोग किया जाए। समय को इस तरह बांटें कि बच्चे की पढ़ाई भी हो जाए और उसके खेलने के लिए भी समय निकल आए। बच्चों को रोज़ सुबह सैर पर जाने और व्यायाम के लिए प्रेरित करें। अगर आप सपरिवार सुबह की सैर के लिए जाएं, तो यह परिवार के सुखद माहौल के लिए अच्छा होगा। शाम को बच्चे को पार्क में खेलने भी भेजें। हमउम्र दोस्तों के साथ खेलना बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए बहुत जरुरी है। दोपहर में रोज कम से कम दो घंटे पढ़ने पर जोर दें। घर में पढ़ाई का वातावरण बनाएं। खुद भी कुछ पढ़ें। आप टीवी पर सीरियल या फ़िल्में देखती रहें और बच्चे को पढ़ने को कहें, तो उसका पढ़ाई में मन नहीं लगेगा।

कोर्स के अनुसार पढाएं

कमजोर विषयों पर खास ध्यान दें। खुद पढाएं और यदि आवश्यक हो तो, टयूशन लगवा दें।कई बार माता -पिता सोचते हैं कि पिछली कक्षा के कोर्स की जरुरत खत्म हो गयी। यह ठीक नहीं है। पिछली कक्षा की पढ़ाई आगे के लिए नीव का काम करती है। नींव कमजोर होगी, तो बच्चा आगे नहीं पढ़ पाएगा। यदि पिछली कक्षा में बच्चे के नंबर कम आए हैं, तो उन विषयों के महत्वपूर्ण पाठों को एक बार फिर से पढाएं। कोशिश करें कि छुट्टियों में कम से कम एक बार सारा स्लेबस पूरा हो ही जाए, जिससे स्कूल खुलने पर क्लास में वह आसानी से समझ सके। अपने बच्चे कि क्षमता को पहचानें। अगर वह किसी एक विषय में अच्छा नहीं कर पा रहा है, तो जाहिर है कि उस विषय में उसकी रूचि नहीं है। उसकी रूचि के दूसरे विषय पर ध्यान दें। उसको यह जरुर समझा दें कि अनिवार्य विषयों में पास होना जरुरी होता है।

पढ़ाई को रोचक बनाएं

बच्चा जो पढ़े, उस विषय पर उसे पैराग्राफ लिखने के लिए कहें। उसे कहानियों की किताबें, महापुरुषों की जीवनियां आदि पढ़ कर उन पर अपने विचार व्यक्त करने की आदत डालें। चित्र, डायग्राम, कहानियों आदि की सहायता से बच्चे को विषय की बारीकियां समझाएं। भूगोल, साइंस आदि विषयों को नक्शों-चार्ट या तस्वीरों वाली किताब से पढाएं।बीच-बीच में बच्चे का टेस्ट भी लें, जिसमें अच्छे नंबर आने पर उसे कोई मजेदार सा आइसक्रीम या कॉमिक्स आदि उपहार दें।इससे बच्चे का पढ़ने में मन लगेगा। अगले साल अच्छे नंबर लाने पर उसे साइकिल,घड़ी या कोई अच्छा गेम दिलवाने का वादा करें और अपना वादा पूरा भी करें। छुट्टियां स्कूल की नीरसता से बचा कर बच्चों के लिए ताजगीभरा अहसास लाती हैं। अपने बच्चे को भी छुट्टियों का आनंद लेने दें।

 

 

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